Kala movie rajnikant super hero...
Jai bhim jai bhart ravidutt kumar....
आंदोलन का संदेश देनेवाली मूवी है -काला!!!
मैं यह सोच रहा था कि ब्राम्हणवाद के खिलाफ किसी स्टोरी को सेंसर बोर्ड मान्यता कैसे देगा?मगर रजनीकांत और उनके डायरेक्टर को सही मायने में बधाई देनी चाहिए । कि उन्होंने कोई समझौता नही किया और पूरी फिल्म में आंदोलन दिखाकर पेश किया।काला यह मूलनिवासी है और विलन अभ्यंकर यानि विदेशी ब्राम्हण है।काला डायरेक्ट व्यवस्था से भिड़ता है।अभ्यंकर सत्ता पक्ष का नेता है जो ब्राम्हणवाद का कट्टर समर्थक है।काला समानता को मानता है और अभ्यंकर उच् नीचता को।काला का संघर्ष समानता के लिए है और वह उसके लिए कई कुर्बानी देता है। ब्राम्हणवाद को उखाड़ने के लिए झुग्गी झोपड़ी में रहनेवाले लोग ही आगे आ सकते है। जब जनांदोलन होगा तब सभी लोग समर्थक बनेंगे।यह फ़िल्म बहुत बड़ा संदेश देती है।
काला की स्टोरी धारावी के झोपड़पट्टी पर है ।
बाते प्रतीकात्मक है मगर देखनेवालों को सीधा सन्देश जाता है कि यह वर्तमान सरकार के खिलाफ है।
ब्यवस्था परिवर्तन करने की चाहत रखनेवाले इस मूवी को जरूर देखें।
इस मूवी ने बॉलीवुड के ब्राम्हणो की धज्जियां उड़ा दी है।और सभी रेकॉर्ड तोड़ भी दिए है। मिथुन,अमिताभ ने बॉलीवुड की वाट लगा दी थी। रजनीकांत यह मूलतः गायकवाड़ है।मूलनिवासी है। ब्राम्हणो के मोनोपॉली पर यह फ़िल्म जबरदस्त हमला है। मुम्बई आंदोलन का केंद्र था और रहेगा।
इस फ़िल्म के डायरेक्टर को हम जरूर मिलेंगे।औऱ उसे शुक्रिया देंगे कि बामसेफ की विचारधारा को अप्रत्यक्षरूप से दिखाने के लिए धन्यवाद।
इस फ़िल्म से विदेशी ब्राम्हणो की जल रही है तो जलने दो!!!
जय भीम।जय मूलनिवासी।......
आंदोलन का संदेश देनेवाली मूवी है -काला!!!
मैं यह सोच रहा था कि ब्राम्हणवाद के खिलाफ किसी स्टोरी को सेंसर बोर्ड मान्यता कैसे देगा?मगर रजनीकांत और उनके डायरेक्टर को सही मायने में बधाई देनी चाहिए । कि उन्होंने कोई समझौता नही किया और पूरी फिल्म में आंदोलन दिखाकर पेश किया।काला यह मूलनिवासी है और विलन अभ्यंकर यानि विदेशी ब्राम्हण है।काला डायरेक्ट व्यवस्था से भिड़ता है।अभ्यंकर सत्ता पक्ष का नेता है जो ब्राम्हणवाद का कट्टर समर्थक है।काला समानता को मानता है और अभ्यंकर उच् नीचता को।काला का संघर्ष समानता के लिए है और वह उसके लिए कई कुर्बानी देता है। ब्राम्हणवाद को उखाड़ने के लिए झुग्गी झोपड़ी में रहनेवाले लोग ही आगे आ सकते है। जब जनांदोलन होगा तब सभी लोग समर्थक बनेंगे।यह फ़िल्म बहुत बड़ा संदेश देती है।
काला की स्टोरी धारावी के झोपड़पट्टी पर है ।
बाते प्रतीकात्मक है मगर देखनेवालों को सीधा सन्देश जाता है कि यह वर्तमान सरकार के खिलाफ है।
ब्यवस्था परिवर्तन करने की चाहत रखनेवाले इस मूवी को जरूर देखें।
इस मूवी ने बॉलीवुड के ब्राम्हणो की धज्जियां उड़ा दी है।और सभी रेकॉर्ड तोड़ भी दिए है। मिथुन,अमिताभ ने बॉलीवुड की वाट लगा दी थी। रजनीकांत यह मूलतः गायकवाड़ है।मूलनिवासी है। ब्राम्हणो के मोनोपॉली पर यह फ़िल्म जबरदस्त हमला है। मुम्बई आंदोलन का केंद्र था और रहेगा।
इस फ़िल्म के डायरेक्टर को हम जरूर मिलेंगे।औऱ उसे शुक्रिया देंगे कि बामसेफ की विचारधारा को अप्रत्यक्षरूप से दिखाने के लिए धन्यवाद।
इस फ़िल्म से विदेशी ब्राम्हणो की जल रही है तो जलने दो!!!
जय भीम।जय मूलनिवासी।......
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